AC Temperature Rule Update 2025: अब 20-28°C का नियम नहीं लागू, सरकार ने दी नई जानकारी

Summary

सरकार ने कहा – फिलहाल नहीं लागू होगा 20-28°C का AC तापमान नियम एयर कंडीशनर (AC) का तापमान 20 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच सेट करने का जो नियम आने वाला बताया गया था, वह फिलहाल लागू नहीं किया जाएगा। नई दिल्ली में आयोजित इंडिया क्लाइमेट समिट के दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव […]

AC Temperature Rule Update 2025: अब 20-28°C का नियम नहीं लागू, सरकार ने दी नई जानकारी

सरकार ने कहा – फिलहाल नहीं लागू होगा 20-28°C का AC तापमान नियम

एयर कंडीशनर (AC) का तापमान 20 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच सेट करने का जो नियम आने वाला बताया गया था, वह फिलहाल लागू नहीं किया जाएगा। नई दिल्ली में आयोजित इंडिया क्लाइमेट समिट के दौरान केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को बताया कि सरकार अभी इस दिशा में कोई नया नियम नहीं ला रही है।

भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह परिवर्तन धीरे-धीरे और समय के साथ लागू किया जाएगा। उनके अनुसार, ऐसा बदलाव 2050 के बाद ही संभव हो सकेगा। गौरतलब है कि इससे पहले 11 जून को पावर मिनिस्टर मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि जल्द ही एसी को केवल 20 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच ही चलाना अनिवार्य किया जाएगा।


सरकार की रणनीति और उद्देश्य

भूपेंद्र यादव के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि फिलहाल सरकार किसी तरह का कठोर कदम नहीं उठाने जा रही है। इससे पहले मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि यदि यह नियम लागू किया जाता है, तो इससे बिजली की मांग में कमी आएगी और उपभोक्ताओं के बिजली बिल भी घटेंगे।

ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, हर 1 डिग्री तापमान बढ़ाने से करीब 6% तक बिजली की बचत होती है। जब लोग AC को 16 या 18 डिग्री पर चलाते हैं, तो बिजली की खपत बहुत बढ़ जाती है, जिससे पावर ग्रिड पर दबाव पड़ता है। इस नियम का मकसद ऊर्जा बचत और पर्यावरण संरक्षण दोनों को साधना है।


क्यों जरूरी है AC तापमान नियंत्रण

भारत में हर साल बढ़ती गर्मी और बिजली की मांग पावर सेक्टर पर अतिरिक्त दबाव डाल रही है। जून 2025 में देश में एक दिन में बिजली की मांग 241 गीगावॉट तक पहुंच गई, जो इस साल का सबसे ऊंचा स्तर था। सरकार का अनुमान है कि आने वाले वर्षों में यह मांग 270 गीगावॉट तक जा सकती है।

मुख्य कारण:

  • बढ़ती गर्मी और शहरी इलाकों में AC का अत्यधिक उपयोग
  • घरों, मॉल्स और दफ्तरों में लगातार लो टेम्परेचर सेटिंग
  • बिजली उत्पादन की सीमित क्षमता और लागत में वृद्धि

किन क्षेत्रों पर लागू होगा यह नियम

जब यह नियम लागू होगा, तो यह हर सेक्टर में लागू किया जाएगा —

  • घरेलू उपयोग के एयर कंडीशनर
  • ऑफिस, होटल, मॉल और सिनेमाघर
  • वाहनों में लगाए गए AC सिस्टम

इस नियम के बाद कारों और अन्य गाड़ियों में भी AC को 20 डिग्री से नीचे सेट नहीं किया जा सकेगा। इसका उद्देश्य वाहनों में बिजली और ईंधन की खपत को कम करना है।


क्या पुराने AC पर भी लागू होगा नया नियम

अभी इस पर स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि भविष्य में आने वाले AC मॉडलों में ऐसी तकनीक जोड़ी जाएगी जिससे वे 20 डिग्री से नीचे कूलिंग नहीं कर पाएंगे। पुराने AC उपयोगकर्ताओं को संभवतः सॉफ्टवेयर अपडेट या तकनीकी बदलाव करने पड़ सकते हैं, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।


अन्य देशों में क्या हो रहा है

दुनिया के कई देशों में पहले से ही इस तरह के नियम लागू हैं।

  • इटली में सार्वजनिक भवनों में न्यूनतम AC तापमान 23°C निर्धारित है।
  • जापान में सरकारी दफ्तरों में 27°C से कम तापमान रखने पर पाबंदी है।

इन देशों की नीतियों को देखते हुए भारत भी आने वाले वर्षों में इसी दिशा में कदम बढ़ा सकता है।


वर्तमान स्थिति क्या है

फिलहाल भारत में AC तापमान सेट करने को लेकर कोई कानूनी बाध्यता नहीं है। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) की सिफारिश है कि AC को 24°C पर चलाया जाए, क्योंकि यह तापमान बिजली बचाने और पर्यावरण के लिए बेहतर है। हालांकि यह केवल सलाह है, कोई अनिवार्य नियम नहीं।

Defense Minister Rajnath Singh to Make First Visit to Australia, Signing Three Agreements; Details of the Agenda Revealed.

रतन टाटा के जाने के बाद टाटा ग्रुप में बदलाव और विवाद

रतन टाटा के जाने के बाद टाटा ग्रुप में बदलाव और विवाद: सरकार तक पहुंचा मामला, आज पहली डेथ एनिवर्सरी