डॉक्टरों की लापरवाही पर उठे सवाल, देवरिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को हटाया गया
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्थित देवरिया मेडिकल कॉलेज में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कॉलेज के जलाशय में एक मृत शरीर मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। इस मामले ने न केवल कॉलेज के प्रशासन बल्कि स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। मृतक की पहचान होने के बाद से इस मामले में तेजी से जांच शुरू कर दी गई है।
मृत शरीर की बरामदगी के बाद, देवरिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्णय लिया गया है। यह कार्रवाई कॉलेज में चल रही अनियमितताओं और लापरवाहियों को ध्यान में रखते हुए की गई है। स्थानीय प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
मामले की पृष्ठभूमि और घटनाक्रम
सूत्रों के अनुसार, यह घटना तब सामने आई जब कुछ छात्रों ने कॉलेज के जलाशय में एक शव को देखा। इसके बाद तुरंत ही स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतक व्यक्ति कॉलेज का पूर्व छात्र था, जो लंबे समय से लापता था।
इस घटना ने परिसर में छात्रों और शिक्षकों के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया है। मृतक के परिजनों ने कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया और लापरवाही बरती। अब मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है जो इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
प्रशासनिक कार्रवाई और जांच
कॉलेज प्रशासन ने प्रिंसिपल को हटाने के साथ-साथ अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कही है। इस संबंध में एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें सभी संलग्न व्यक्तियों की जवाबदेही तय की जाएगी। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्थानीय विधायक ने इस घटना पर कड़ी निंदा की है और कहा है कि इस प्रकार की घटनाएं समाज के लिए खतरा हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वे इस मामले की कठोरता से जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
लोगों की प्रतिक्रियाएँ
इस घटना के बाद से स्थानीय निवासियों और छात्रों में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। कुछ छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है। उनका कहना है कि प्रशासन को पहले ही इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए था।
- निवासियों ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
- छात्रों ने कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं।
- कुछ ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वे छात्रों की सुरक्षा को नजरअंदाज कर रहे हैं।
वहीं, मृतक के परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए कहा है कि उन्हें जवाब चाहिए कि उनका बेटा किस स्थिति में जलाशय में पहुंचा। उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पहले ही जानकारी देनी चाहिए थी।
भविष्य की दिशा
इस मामले के बाद से यह स्पष्ट हो गया है कि देवरिया मेडिकल कॉलेज को अपनी सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार करने की आवश्यकता है। लोगों की मांग है कि कॉलेज में छात्रों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
अब देखने वाली बात यह होगी कि उच्च स्तरीय जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और कॉलेज प्रशासन इस मामले को लेकर किस प्रकार की कार्रवाई करता है। स्थानीय प्रशासन ने वादा किया है कि वे इस घटना की जांच को प्राथमिकता देंगे और दोषियों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
देवरिया मेडिकल कॉलेज की यह घटना न केवल स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को उजागर करती है, बल्कि यह एक गंभीर चेतावनी भी है कि स्वास्थ्य संस्थानों को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए।






